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Home Remedies for Acidity in Hindi | एसिडिटी का तुरंत इलाज घरेलू उपचार!

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Home Remedies for Acidity in Hindi | एसिडिटी का तुरंत इलाज घरेलू उपचार
Home Remedies for Acidity in Hindi | एसिडिटी का तुरंत इलाज घरेलू उपचार

Home Remedies for Acidity in Hindi: आज के समय में एसिडिटी या गैस की समस्या लगभग हर दूसरे व्यक्ति को होती है। कभी भारी खाना, कभी देर से खाना, तो कभी स्ट्रेस कई कारणों से पेट में जलन, खट्टी डकारें, या पेट फूलने जैसी समस्या शुरू हो जाती है, ये छोटी लगने वाली समस्या कई बार बहुत परेशान कर देती है।

अक्सर लोग तुरंत आराम के लिए दवा खा लेते हैं, लेकिन ये सिर्फ़ अस्थायी राहत देती है, असली समाधान है अपनी lifestyle और diet में बदलाव करना और कुछ घर के नुस्खे (home remedies) अपनाना, जो लंबे समय तक असर करें।

आपको भी अगर ये समस्या है या अपने फॅमिली में है और इंटरनेट पर तलाश कर रहे है “Acidity ke liye kya kare?” या “Ghar par acidity ka ilaj kaise karein?” तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। क्योकि हम आपको बताएँगे ऐसे आसान घरेलू नुस्खे जिन्हें अपनाकर आप बिना दवा के भी एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं।

एसिडिटी क्या है और क्यों होती है?

हमारे पेट में एसिड (HCl) होता है जो भोजन को पचाने में मदद करता है। लेकिन जब यह एसिड ज़रूरत से ज़्यादा बनने लगता है या पेट की परत को जलाने लगता है, तब हमें सीने में जलन (heartburn) और खट्टी डकारें (acidity symptoms) महसूस होती हैं।

इसके मुख्य कारण हैं:

  • देर से या बहुत ज़्यादा खाना खाना
  • चाय, कॉफी, तले-भुने और मसालेदार भोजन का अधिक सेवन
  • देर रात तक जागना या स्ट्रेस लेना
  • एक साथ बहुत ज्यादा पानी पीना
  • लंबे समय तक खाली पेट रहना

अगर ये आदतें रोज़ की दिनचर्या का हिस्सा हैं, तो एसिडिटी बार-बार हो सकती है।

एसिडिटी के लिए असरदार घरेलू नुस्खे (Home Remedies for Acidity)

आपको भी अगर एसिडिटी की समस्या है तो इसे ठीक करने के लिए कई तरिके है लेकिन हम घरेलू तरीको के बारे में बात करने वाले है क्योकि इसके लिए आपको कोई भी दवाई लेने की जरूरत नहीं है तो हमने निचे कुछ ऐसे तरिके बताये है जिनको आप घर से ही इस्तेमाल कर सकते है तो आईये इनके बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करते है।

1. ठंडा दूध पिएं

ठंडा दूध पेट की जलन को तुरंत शांत करता है। इसमें कैल्शियम होता है जो एसिड को न्यूट्रल करता है।
कैसे लें: आधा गिलास ठंडा दूध बिना चीनी के धीरे-धीरे पिएँ। बेहतर असर के लिए सोने से पहले भी लिया जा सकता है।

2. तुलसी के पत्ते

तुलसी को “नेचुरल एंटासिड” कहा जाता है। इसके पत्ते पेट में एसिड को कंट्रोल करते हैं और गैस से राहत देते हैं।
कैसे लें: 3-4 तुलसी के पत्ते चबाएँ या पानी में उबालकर तुलसी की चाय बनाकर पिएँ।

3. सौंफ (Fennel Seeds)

सौंफ खाना पाचन को सुधारता है और पेट में ठंडक पहुँचाता है।
कैसे लें: खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ चबाएँ या सौंफ का पानी (रातभर भिगोकर रखा हुआ) सुबह पिएँ।

4. नींबू और शहद

नींबू एसिडिक होते हुए भी शरीर में क्षारीय (alkaline) असर देता है।
कैसे लें: एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू और एक चम्मच शहद डालकर सुबह खाली पेट पिएँ। यह पेट को साफ़ रखता है और एसिडिटी से बचाता है।

5. नारियल पानी

नारियल पानी पेट की गर्मी को शांत करता है और digestion में सुधार करता है।
कैसे लें: दिन में दो बार नारियल पानी पिएँ। गर्मी और एसिडिटी दोनों में फायदेमंद रहेगा।

6. अजवाइन और काला नमक

अजवाइन गैस और एसिडिटी दोनों के लिए रामबाण है।
कैसे लें: 1 चम्मच अजवाइन में थोड़ा काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें। तुरंत आराम मिलेगा।

7. केला और खीरा

केला पेट की अम्लता को कम करता है और खीरा शरीर में ठंडक लाता है।
कैसे लें: रोज़ सुबह नाश्ते में एक केला और दोपहर के भोजन में सलाद में खीरा शामिल करें।

8. जीरा पानी

जीरा पेट की सूजन और गैस दोनों को कम करता है।
कैसे लें: आधा चम्मच जीरा पानी में उबालें, ठंडा होने पर पिएँ। इसे रोज़ एक बार लेना एसिडिटी को काफी कम करता है।

9. छाछ (Buttermilk)

छाछ में लैक्टिक एसिड होता है जो एसिडिटी को संतुलित करता है और पेट ठंडा रखता है।
कैसे लें: एक गिलास छाछ में थोड़ा काला नमक और भुना जीरा पाउडर मिलाकर पिएँ।

10. अदरक (Ginger)

अदरक पाचन को सुधारता है और पेट की सूजन कम करता है।
कैसे लें: थोड़ी अदरक को पानी में उबालकर चाय बनाएं और दिन में एक या दो बार पिएँ।

एसिडिटी से बचने के आसान टिप्स (Lifestyle Changes for Acidity Relief)

आप चाहते है कि आपको Acidity की समस्या हो ही न तो इसके लिए भी कई तरिके है जिनको आप फोलो कर सकते है, जो कुछ इस प्रकार है:

  1. खाना धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाएँ।
  2. देर रात भारी खाना खाने से बचें।
  3. खाना खाने के तुरंत बाद न लेटें।
  4. रोज़ाना थोड़ी वॉक करें या हल्का योग करें।
  5. दिनभर में बार-बार थोड़ा-थोड़ा पानी पिएँ।
  6. स्ट्रेस कम करने के लिए मेडिटेशन और गहरी साँसें लें।

एसिडिटी में क्या खाएँ और क्या न खाएँ

सबसे पहला लोगो का सवाल रहता है अगर हमे Acidity है तो इस बीच हमे क्या चीजे खानी और क्या नहीं कहानी चाहिए तो आईये इसके बारे में जानने की कोशिश करते है।

  • खाएँ: केला, ओट्स, दही, सूप, छाछ, सलाद, पपीता, नारियल पानी।
  • ना खाएँ: चाय-कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड, टमाटर, प्याज, मसालेदार खाना, चॉकलेट।

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

अगर आपको हर दिन सीने में जलन हो, खाना खाने के बाद उल्टी महसूस हो, या नींद में जलन से उठना पड़े, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। बार-बार एसिडिटी होना GERD (Gastroesophageal Reflux Disease) का संकेत भी हो सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

एसिडिटी कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ करना सही नहीं।
हर बार दवा लेने के बजाय अगर आप अपने खानपान, आदतों और दिनचर्या में थोड़ा बदलाव करें, तो यह समस्या हमेशा के लिए खत्म हो सकती है। तुलसी, सौंफ, ठंडा दूध, नारियल पानी और अजवाइन जैसे घरेलू उपाय लंबे समय तक असर करते हैं और पेट को अंदर से शांत रखते हैं।

याद रखिए, “Acidity का असली इलाज दवा नहीं, सही दिनचर्या है।
अगर आप अपने शरीर को थोड़ा समय देंगे, तो ये खुद को ठीक करना जानता है।

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